दुनिया भर में 1 अप्रैल को अप्रैल फ़ूल दिवस की तरह मनाया जाता है। वैसे फॉर्मल तो कुछ नहीं है, लेकिन जब एक पूरा दिन आप दूसरों के साथ हंसी मजाक कर सकते हों तो क्यों नहीं। हालाँकि हमारे बीच 1 अप्रैल और भी कई कारणों से मशहूर होना चाहिए, जैसे, नए वित्त वर्ष (Financial Year) की शुरुआत के लिए, नौकरी करने वालों के लिए अप्रैज़ल सीजन की तरह, और सभी कमाने वालों के लिए टैक्स रिटर्न फाइलिंग क्वार्टर की तरह।
“अगर आप स्मार्टली इन्वेस्ट करेंगे तो ना सिर्फ आप अपने भविष्य के गोल्स को पूरा कर पाएंगे बल्कि आप टैक्स भी अधिकतम बचा लेंगे।”
– Mr Manish Saluja, Certified Financial PlannerCM & Advisor
जनवरी से मार्च की टैक्स सेविंग – अप्रैल फ़ूल का तरीका
हममें से ज्यादातर लोग, अप्रैल के महीने में थोड़ा रिलैक्स करना ठीक समझते हैं। आखिर अभी पिछले तीन महीनों में ही टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट्स की कितनी टेंशन थी। हमें लगता है की अब टैक्स की क्या फिकर, अब अगले साल सोचेंगे। लेकिन, क्या आपने कभी टैक्स बचाते हुए इन बातों पर ध्यान दिया है:
- टैक्स बचत की सारी योजनाएं लम्बी अवधि की होती हैं, यानि तीन से पांच साल तक की
- लगभग सभी टैक्स बचत योजनाओं में कुछ वर्षों का लॉक-इन होता है, यानि आप इस अवधि में अपना इनवेस्टेड पैसा नहीं निकल सकते
- टैक्स बचाने की सभी योजनाएं एक जैसी नहीं होतीं,
- क्या आपकी टैक्स बचाने वाली इन्वेस्टमेंट्स आपके आने वाले गोल्स से मिलती है?
अगर आप सिर्फ जनवरी से मार्च के बीच टैक्स बचत योजनाओं में इन्वेस्ट कर रहे हैं, तो आप सिर्फ अप्रैल फ़ूल ही मना रहे हैं। अप्रैल स्मार्ट बनने के लिए आपको इस तरह से टैक्स सेविंग करनी है की आप ऊपर लिखी बातों का भी ध्यान रख सकें और टैक्स सेविंग आपके लिए टेंशन भी न बने। और फिर ऐसा करने में आपका ही फायदा है।
आइये देखें कैसे आप बन सकते हैं अप्रैल स्मार्ट, क्या फायदे होंगे ऐसा करने के, और टैक्स को लेकर अप्रैल फूल बनने से क्यों बचना चाहिए।
क्या होता है अगर आप सिर्फ टैक्स बचने के लिए इन्वेस्ट करते हैं?
इन्वेस्टर का अप्रैल फूल बनने का सबसे बड़ा कारण बिना गोल के इन्वेस्टमेंट करना है। जब आप सिर्फ टैक्स बचाने के लिए अपनी गाढ़ी कमाई को किसी भी प्रचलित स्कीम में डाल देते हैं, तो आप कुछ इस तरह की समस्याओं को निमंत्रण दे रहे हैं:
- गाढ़ी कमाई को खो देना
- समय पर पैसों का वापस न मिलना
- अच्छे इन्वेस्टमेंट में भी घाटा खाना
- रात और दिन में इन्वेस्टमेंट्स को लेकर टेंशन
- भविष्य में पर्याप्त धन का आभाव
- हर साल टैक्स बचाने की टेंशन
- क्षमता से कम बचत और इन्वेस्टमेंट
हममें से बहुत से लोग, टैक्स बचने की धुन में ये भूल जाते हैं कि, हम 1000 रुपए बचाने के लिए 30,000 रुपए पर जोखिम उठा रहे हैं। ये ऐसे कि आप हर साल अपनी टैक्सेबल आय को अधिकतम 2 लाख रुपए तक टैक्स बचाने वाली योजनाओं का उपयोग करके घटा सकते हैं। लेकिन ये 2 लाख रुपए के निवेश से आप अधिकतम 60,000 रुपए ही बचा सकते हैं, वो भी तब जब आपकी आय अधिकतम टैक्स स्लैब, यानि 30% टैक्स दर, के अंदर आती है।
आपको हमेषा ये ध्यान में रखकर ही टैक्स बचाने के लिए इन्वेस्टमेंट करना चाहिए कि आपका इनवेस्टेड पैसा आपके पास कम से कम वापस आ जाये, बढ़कर नहीं तो घटकर भी नहीं। ऐसा करने के लिए आपको दो बातों का ध्यान रखना होता है:
- हमेशा इन्वेस्टमेंट विकल्प के लॉक-इन पीरियड को समझ कर ही इन्वेस्ट करें
- सालाना या एकल इन्वेस्टमेंट विकल्पों का ध्यान रखें
अगर आप नौकरी पेशा हैं तो, सालाना इन्वेस्टमेंट को मासिक आय के साथ बांधना उचित होता है। ये आपकी आर्थिक जिंदगी को आसान और ज्यादा लाभकारी बनाता है।
टैक्स की बचत या भविष्य की सम्पन्नता
अगर आपके सामने नीचे लिखे सिर्फ दो विकल्प हों, जिनमे से आप सिर्फ एक चुन सकते हैं, तो आप इनमें से किसका चुनाव करेंगे?
- टैक्स की बचत
- भविष्य के गोल्स को पूरा करना
अगर आपने दूसरा विकल्प चुना है तो आपके पास अप्रैल स्मार्ट बनने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है। और आपके लिए ख़ुशी की बात ये है कि दूसरा विकल्प चुनने से आपके लिए पहले विकल्प का रास्ता भी खुल गया है। जानिए कैसे:
- अपने परिवार के महत्त्वपूर्ण गोल्स को पूरा करने के लिए आपको काफी पैसा जोड़ना पड़ सकता है; जैसे कि बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए आज से 15 साल के बाद कम से कम 40 लाख रुपए की जरूरत पड़ेगी।
- इसका मतलब आपको हर साल ज्यादा से ज्यादा पैसा बचाने की जरूरत है
- ज्यादा पैसा बचाने के लिए ये जरूरी है कि आप जल्दी से जल्दी पैसे बचाने और इन्वेस्ट करने शुरू करें
अगर आप हर साल अप्रैल में ही अपनी अगले साल की इन्वेस्टमेंट का नियम बना लेते हैं, तो आप पूरे साल बिना टेंशन के ज्यादा से ज्यादा पैसा बचा सकते हैं। और जहाँ तक रही टैक्स सेविंग की बात, अपनी पूरी बचत में से अपनी जरूरत के हिसाब से कुछ पैसा टैक्स सेविंग विकल्पों में इन्वेस्ट करें।
भविष्य को सवारें और टैक्स भी बचाएँ – अप्रैल स्मार्ट बनें
ज्यादातर टैक्स सेविंग योजनाएं हम सभी की जिंदगी में आने वाले किसी न किसी महत्वपूर्ण गोल को ध्यान में रखकर चलायी जातीं हैं। जैसे कि, रिटायरमेंट, जीवन या स्वास्थ्य बीमा। फिर भी कुछ योजनाएं ऐसी भी हैं जिनसे आप अपने जीवन या परिवार के किसी भी गोल के लिए पैसे जोड़ सकते हैं।
तो सिर्फ टैक्स बचाने के लिए इन्वेस्टमेंट करना ना तो आपकी जरूरत है ना ही स्मार्टनेस। आपके लिए टैक्स की बचत हमेशा दुसरे दर्जे की प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर आप स्मार्ट्ली टैक्स बचाना चाहते हैं तो आपको ज्यादा से ज्यादा इन्वेस्टमेंट अपने गोल्स को ध्यान में रखकर करनी चाहिए।
उदाहरण के लिए:
PPF – पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड (Public Provident Fund)
- पंद्रह साल या इससे अधिक समय के बाद के गोल्स के लिए इन्वेस्ट करें
- मतलब एक बार PPF अकाउंट खोलने के बाद, अगले पंद्रह सालों तक आपको दूसरे PPF अकाउंट की जरूरत नहीं है
- और, क्योंकि, आप PPF अकाउंट में 1.5 लाख रूपए तक इन्वेस्ट कर सकते हैं, आपकी टैक्स सेविंग सीमा इस एक इन्वेस्टमेंट विकल्प से ही पूरी हो सकती है।
NPS – नयी पेंशन योजना (New or National Pension Scheme)
- NPS के टियर-1 अकाउंट में इन्वेस्ट करके आप सेक्शन 80C के अंदर टैक्स की बचत कर सकते हैं
- PPF की ही तरह NPS भी लम्बी अवधि की इन्वेस्टमेंट है, और पूरी तरह से आपके रिटायरमेंट के लिए बनी है
- आप NPS में इन्वेस्ट करके 50,000 रुपए तक की ज्यादा टैक्स बचत कर सकते हैं
- NPS अकाउंट में आप अपने एम्प्लॉयर के साथ मिलकर अपने रिटायरमेंट गोल की तरफ बढ़ सकते हैं
- इसका मतलब, एक बार NPS अकाउंट चालू करने के बाद आपको शायद रिटायरमेंट तक टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट के बारे में सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि, सिर्फ ये ही एक अकाउंट आपके लिए हर साल दो लाख रुपए तक की टैक्स सेविंग कर सकता है।
ULIP प्लांस (Unit-Linked Insurance Plan)
जीवन बीमा कंपनियों के ULIP प्लान्स देश के सबसे कारगर टैक्स सेविंग प्लान्स में से एक हैं। 2021 फ़रवरी के पहले अगर आपने इन प्लान्स में इन्वेस्ट किया है तो आपको पता होगा कि ULIP प्लान्स में इन्वेस्टमेंट की कोई लिमिट नहीं थी।
आप इन प्लान्स में कितना भी पैसा हर साल इन्वेस्ट कर सकते थे और, आप न सिर्फ हर साल 80C के अंदर टैक्स बचाते बल्कि आपकी भविष्य निधि भी टैक्स-फ्री रहती। 1 फ़रवरी 2021 के बाद से इस भविष्य निधि के टैक्स-फ्री रहने की सीमा घटाकर ढाई लाख रुपए कर दी गयी है।
फिर भी, ULIP इंवेस्टमेंट्स आज के समय की एक बेहतरीन इन्वेस्टमेंट्स में से एक हैं, क्योंकि:
- ULIP प्लान के जरिये आप स्टॉक मार्केट और बॉन्ड मार्केट दोनों जगह एक साथ इन्वेस्ट कर सकते हैं
- ULIP प्लान आपको अपना पोर्टफोलियो और इन्वेस्टमेंट को स्वचालित ढंग से चलाने का विकल्प देता है
- आगर आप किसी खास गोल के लिए ULIP में इन्वेस्ट करते हैं तो ULIP में उपलब्ध जीवन बीमा कवर आपके गोल की सुरक्षा भी करता है
- आप अपने ULIP प्लान्स की इन्वेस्टमेंट अवधि और परिपक्वता अवधि को अपने इन्वेस्टमेंट गोल के हिसाब से खुद चुन सकते हैं
- पांच साल के लॉक-इन के बाद आप ULIP से पैसा आंशिक रूप से निकाल सकते हैं, ये पैसा आपके लिए टैक्स-फ्री होता है (कुछ कारणों से ये निकासी टैक्सेबल भी हो सकती है। जानने के लिए पढ़ें – कब आपका ULIP प्लान टैक्स-फ्री नहीं होता?)
इन्हीं कारणों की वजह से ULIP प्लान्स आपके सबसे महत्वपूर्ण गोल्स के लिए सर्वोत्तम माने जाते हैं। लेकिन, कभी-कभी आपके ULIP इन्वेस्टमेंट की टैक्स बचाने की क्षमता कम भी हो सकती है।
कब आपका ULIP प्लान टैक्स-फ्री नहीं होता?
आपकी ULIP इंवेस्टमेंट्स इन कारणों की वजह से अपनी टैक्स-फ्री पदवी गवां सकती है:
- अगर आपका ULIP प्लान में सालाना इन्वेस्टमेंट उसके जीवन बीमा कवर के 10% से ज्यादा है
- आपने ULIP प्लान 1 फ़रवरी 2021 के बाद खरीदा है और आप इसमें सालाना 2.5 लाख से ज्यादा इन्वेस्ट करते हैं
ELSS – इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (Equity-Linked Savings Scheme)
ये एक खास तरह के म्यूच्यूअल फण्ड्स हैं, जिनमें निवेश करके आप सेक्शन 80C के अंदर 1.5 लाख रुपए तक टैक्स बचा सकते हैं। इस योजना की खसियत ये है की:
- ये पूरी तरह एक इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड है
- इनका लॉक-इन पीरियड सिर्फ तीन साल का ही होता है
- तीन साल के बाद आप अपना पैसा कभी भी ELSS प्लान से निकाल सकते हैं
- आप ELSS प्लान्स से हर साल 1 लाख रुपए तक का मुनाफा टैक्स-फ्री निकाल सकते हैं
- अगर किसी साल में निकास के समय आप 1 लाख रुपए से ज्यादा मुनाफा दर्ज करते हैं तो ये बढ़ा हुआ मुनाफा 10% की दर से टैक्सेबल हो जाता है।
इनके अलावा कुछ इन्वेस्टमेंट ऐसी भी हैं जो आपके परिवार की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करतीं हैं। ऐसी बहुत सी इंवेस्टमेंट्स पर भी आपका टैक्स बचता है:
टर्म जीवन बीमा (Term Insurance Plan)
बहुत ही किफायती दर पर आपके परिवार को आधारभूत आर्थिक कवच देता है। जिससे आपका परिवार आपकी असमय मृत्यु के बाद भी आत्मनिर्भर बना रह सकता है।
इस बीमा के लिए दिया गया प्रीमियम आपके लिए सेक्शन 80C के अंतर्गत टैक्स बचाता है।
स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance Plan)
ये बीमा आपको और आपके परिवार को अचानक आने वाले स्वास्थ्य के आपातकालीन खर्चों से बचाता है। ये आपके और आपके परिवार के अस्पताल के खर्चे और जटिल बिमारिओं के इलाज में आर्थिक मदद करता है।
इस बीमा के लिए आप जो प्रीमियम देते हैं वो सेक्शन 80D के अंदर आपको टैक्स बचाने में मदद करता है। इस सेक्शन के अंतर्गत आप अपने परिवार और माता-पिता के लिए स्वास्थ्य बीमा खरीदकर अधिकतम 75,000 रुपए तक की छूट पा सकते हैं, जो सेक्शन 80C के अलावा होती है।
ये इंवेस्टमेंट्स आपको सबसे पहले शुरू करनी चाहिए और कोशिश करें की कभी रोकनी न पड़े।
जब इतनी इन्वेस्टमेंट्स हैं तो क्यों न जल्दी शुरू करें और अपने लक्ष्य पर बिना किसी जद्दो-जहद के पहुंचें। ऐसे ही आप अप्रैल फूल की जगह अप्रैल स्मार्ट बन सकते हैं, कम से कम अपने परिवार और अपने लिए तो जरूर।
References:
Article is in simple language to beginners also who has not done any investments. But I think after reading this article investment can be done by anybody.
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बहुत जानकारी वाला आलेख! बहुत ही बेहतरीन!
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